*रफयदैन सुन्नत या फर्ज़*
*रफयदैन सुन्नत या फर्ज़*
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रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया उस तरह नमाज़ पढ़ो जिस तरह मुझे पढ़ते हुए देखा है
📚 बुखारी 631
तो रसूल अल्लाह ﷺ की तरह नमाज़ का हर एक तरीका होना चाहिए
👉 जो लोग ये पूछते हैं उनसे ये कहिए कि क्या कभी रसूल अल्लाह ﷺ ने कहा कि कोई तीन सजदा करे तो उसकी नमाज़ नहीं होगी ऐसा लिखा हुआ दिखा दे
*हम दो सजदे इसलिए करते हैं क्युकी रसूल अल्लाह ﷺ ने ऐसा किया*
इसी तरह रफयदैन उन्होंने किया तो हम लोग भी करते हैं
*और अगर कोई रसूल अल्लाह ﷺ की तरह नमाज़ नहीं पढ़ेगा उसकी नमाज़ नहीं होगी*
चाहे जितना अच्छी तरह से क्यु ना पढ़ ले..... तरीक़ा वहीं होना चाहिए
*जजाकल्लाहू खैरन कसीरा*
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