*कयामत के दिन अल्लाह से मुसलमान होकर मिलना हो तो पांचों नमाजो की हिफाजत करो*
*कयामत के दिन अल्लाह से मुसलमान होकर मिलना हो तो पांचों नमाजो की हिफाजत करो*
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_👉 अब्दुल्ला बिन मसूद रजि० से रिवायत है कि जिस शख़्स को इस बात की ख्वाहिश हो के कल कयामत के दिन अल्लाह सुब्हानहु से इस हाल में मिले कि वो मुसलमान हो तो उसे पांच नमाजो की पाबंदी उस जगह करनी चाहिए जहां उनकी अज़ान दी जाए, क्युकी अल्लाह ने अपने नबी ﷺ के लिए हिदायत के रास्ते मुकर्रर कर दिए हैं और ये नमाजे हिदायत के रास्तों में से एक रास्ता है अगर तुम अपने घरों ही में नमाज़ पढ़ोगे और अपनी मस्जिदों को छोड़ दोगे तो तुम अपने नबी ﷺ का तरीका छोड़ दोगे और अगर तुम अपने नबी ﷺ का तरीका छोड़ दोगे तो तुम गुमराह हो जाओगे।_
📚 सुनन नसाई 850
*(हर बात दलील के साथ)*
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