*जो लोग कहते हैं कि सब कुछ की "हदीस" देते हो तो ये बताओ कि*
*जो लोग कहते हैं कि सब कुछ की "हदीस" देते हो तो ये बताओ कि* 👇
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*ट्रेन पर चलना (🚆) , जींस पहनना (👖) , बाईक चलाना (🏍️) वगैरह* कौनसी हदीस में है? *उनको जवाब*👇
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👉 हदीस में *इबादत* के तरीके में हमें बता दिया गया है कि क्या करना है कैसे इबादत करनी है।
👉 बाक़ी में हमें ये बताया गया है कि क्या हराम है, उसके अलावा सब हलाल है हमारे लिए,
👉 जैसे कपड़ा कौनसा "हराम" है ये बता दिया गया है।
👉 *जैसे "रेशम और सोना (Gold)" पहनना मर्दों के लिए "हराम" है।*
📚 अबु दाऊद 4057
*👆 इसके अलावा सब कपड़े पहनना "जायज़" हुआ* इसमें अलग से पूछने की जरूरत नहीं है कि क्या कॉटन हलाल है, सिल्क हलाल है वग़ैरा, क्युकी यहां आपको हराम बता दिया गया है, उसके अलावा सब हलाल है, बस यही समझ लेना है हमें।
(कुछ और भी मना है, जैसे औरत मर्द का कपड़ा ना पहने वगैरह, यहां समझने के लिए एक ही मिसाल पेश की गई हैं)
👉 वैसे ही *कपड़ा* कितना सतर ढकना (कवर करना) है बता दिया गया है, मर्द और औरत का अलग अलग, तो उससे कम पहनना हराम है।
👉 दूसरी बात जो भी चीज़े *रसूल अल्लाह ﷺ के वक़्त में मौजूद थीं उस वक़्त के हिसाब से उन्होंने हमें हलाल और हराम बता दिया,* कहीं पर "हराम" बता दिया और कहीं बताया कि उसके अलावा सब हलाल है।
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*जो लोग किसी इबादत के बारे में ऐसा कहते हैं कि*
*👉 मना तो नहीं किया गया है ना, तो कर ले तो क्या दिक्कत है ?*
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👉 रसूल अल्लाह ﷺ ने नमाज़ में *3 सजदा करने से मना नहीं किया है, अब बताए कोई तीन सजदे करे तो क्या उसकी नमाज़ हो जाएगी ?*
👉 आपका जवाब होगा कि *नहीं,* क्युकी रसूल अल्लाह ﷺ ने 2 ही सजदे किए हैं।
👉 *तो ठीक इसी तरह हमको हर चीज की इबादत में ये देखना चाहिए कि क्या ऐसा करना रसूल अल्लाह ﷺ से साबित है या नहीं, जिस तरह हम नमाज़ में 3 सजदे नहीं करते उसी तरह हमें दूसरी इबादत में भी नहीं करना चाहिए।*
*👉 तो इसी लिए ट्रेन 🚆 पर चलना वगैरह हराम नहीं बताया, तो इसी लिए ये हलाल है।*
_अल्लाह ने फ़रमाया :_ 👇👇
_*👉 मैंने तुम्हारे लिए दीन को मुकम्मल (Complete) कर दिया है*_
(मतलब दीन के तरीके में कोई भी चीज जोड़ा या हटाया नहीं जा सकता है)
📚 क़ुरआन सुरह मायदा आयत 3
*👆दीन को ऐसे समझने की जरूरत है*
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