विषय🎙 ईदगाह में औरतों का जाना📚
विषय🎙 ईदगाह में औरतों का जाना📚
सय्यदा उम्मे अतिया रज़िअल्लाहु अन्हा कहती हैं हमें हुक्म दिया गया कि हम सब औरतों को हत्ता की हैज़ वालियों और परदे वालियों को भी दोनों ईदों में घरों से निकलें ताकि वह सब मुसलमानों की जमाअत नमाज़ और उनकी दुआ में हाजिर हों और फरमाया कि हैज़ वालियां चाहें नमाज़ से अलग रहें यानी वह नमाज़ न पढ़ें लेकिन मुसलमानों की दुआओं और तकबीरों में शामिल रहें ताकि अल्लाह के रहमत और बख़्शिश से हिस्सा पाएं एक औरत ने अर्ज़ किया कि अगर हम में से किसी के पास चादर न हो तो फिर वह कैसे ईदगाह में जाए फरमाया उसकों उसकी साथ वाली चादर उढ़ा दे यानी किसी दुसरी औरत से चादर आरियतन लेकर चले
हदीस 📗बुखारी 351 📘मुस्लिम 890
सय्यदना अब्दुल्लाह बिन रवाह अन्सारी रज़िअल्लाहु अन्हु की बहन से रिवायत हैं रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया हर बालिग लड़की का नमाज़ ईदैन के लिए निकला वाजिब हैं
सिलसिलातुल हदीस सहीहा लिल अलबानी 2408
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