रसूलुल्लाह ﷺ की क़ब्र को क्यों घेरा गया?
रसूलुल्लाह ﷺ की क़ब्र को क्यों घेरा गया?
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👉 सहाबा को डर था कि कही लोग उनकी क़ब्र को सजदा गाह ना बना ले। 👇👇
👉हज़रत अब्दुल्लाह बिन अब्बास रजि० से रिवायत है के जब आप सल० अलैहि० मर्ज़-ए-वफ़ात में मुब्तिला हुए तो आप अपनी चादर को बार बार अपने चेहरे पे डालते और कुछ अफाका होता तो चादर अपने चेहरे से हटा लेते. आप सल० अलैहि० ने उस
इज़्तिराब-ओ-परेशानी की हालत में फ़रमाया : "यहूद-ओ-नसारा पे अल्लाह की फटकार जिन्होंने अपने नबियों की क़बर को सजदहगाह बना लिया"*
आप सल० अलैहि० ये फरमा कर उम्मत को ऐसे कामों से डराते थे.
यही वजह थी कि रसूलुल्लाह ﷺ की क़बर को घेरा गया ताकि लोग कही इसको भी सजदा गाह ना बना ले।
📚(सही बुखारी, हदीस नंबर 435-436 और 1390)
▶ रसूलुल्लाह ﷺ ने अपने सामने सजदा करने से मना किया 👇👇
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👉 हज़रत मआज़ (रज़ियल्लाहु अन्हा) ने एक बार रसूलुल्लाह ﷺ के सामने सजदा किया तो रसूलुल्लाह ﷺ ने अपने सामने सजदा करने से मना किया और फरमाया की अगर सजदा करने का हुक्म देता तो मैं औरतो को अपने शौहर के सामने सजदा करने का हुक्म देता।
📚(इब्ने मजा :- 1853)
🤔 ज़रा सोचने की बात है कि रसूलुल्लाह ﷺ ने अपने सामने सजदा करने से मना किया और आज के पीर और बाबा अपने सामने सजदा करवाते हैं। और कुछ मुस्लिम कम इल्मी की वजह से ऐसा करते भी हैं। जो कि शिर्क है।
❌ अल्लाह हमे शिर्क जैसे अज़ीम गुनाह से बचाये आमीन
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👉 सहाबा को डर था कि कही लोग उनकी क़ब्र को सजदा गाह ना बना ले। 👇👇
👉हज़रत अब्दुल्लाह बिन अब्बास रजि० से रिवायत है के जब आप सल० अलैहि० मर्ज़-ए-वफ़ात में मुब्तिला हुए तो आप अपनी चादर को बार बार अपने चेहरे पे डालते और कुछ अफाका होता तो चादर अपने चेहरे से हटा लेते. आप सल० अलैहि० ने उस
इज़्तिराब-ओ-परेशानी की हालत में फ़रमाया : "यहूद-ओ-नसारा पे अल्लाह की फटकार जिन्होंने अपने नबियों की क़बर को सजदहगाह बना लिया"*
आप सल० अलैहि० ये फरमा कर उम्मत को ऐसे कामों से डराते थे.
यही वजह थी कि रसूलुल्लाह ﷺ की क़बर को घेरा गया ताकि लोग कही इसको भी सजदा गाह ना बना ले।
📚(सही बुखारी, हदीस नंबर 435-436 और 1390)
▶ रसूलुल्लाह ﷺ ने अपने सामने सजदा करने से मना किया 👇👇
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👉 हज़रत मआज़ (रज़ियल्लाहु अन्हा) ने एक बार रसूलुल्लाह ﷺ के सामने सजदा किया तो रसूलुल्लाह ﷺ ने अपने सामने सजदा करने से मना किया और फरमाया की अगर सजदा करने का हुक्म देता तो मैं औरतो को अपने शौहर के सामने सजदा करने का हुक्म देता।
📚(इब्ने मजा :- 1853)
🤔 ज़रा सोचने की बात है कि रसूलुल्लाह ﷺ ने अपने सामने सजदा करने से मना किया और आज के पीर और बाबा अपने सामने सजदा करवाते हैं। और कुछ मुस्लिम कम इल्मी की वजह से ऐसा करते भी हैं। जो कि शिर्क है।
❌ अल्लाह हमे शिर्क जैसे अज़ीम गुनाह से बचाये आमीन
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